लाखों खर्च के बाद भी लगा कचरे का अंबार
सिंगरौली~: स्वच्छ भारत मिशन को लेकर भले ही केन्द्र सरकार ने मुहिम शुरू कर स्वच्छता अभियान चलाया जिसके तहत सरकार हर साल कई करोड़ रुपये पानी की तरह बहा रही है पर सिंगरौली जिले की नगर परिषद की तस्वीरे कुछ और ही बया कर रही है। बीते कुछ वर्षों में केंद्र सहित राज्य सरकारों ने जिस तरह से स्वच्छता की महिम को लेकर लोगों को जागरूक किया है एवं लगातार स्वच्छता को लेकर अभियान चलने पर जोर दे रही है परंतु सिंगरौली जिले के अंतर्गत आने वाली नगर परिषद का जो हाल है वह इस बात की तरफ इशारा कर रहा है कि स्वच्छता के नाम पर महेश कोरमा पूर्ति हो रही है संबंधित मामले में कई तरह के गंभीर आरोप भी लग रहे हैं लोगों ने नगर परिषद के द्वारा इलाके में किया जा रहे स्वछता अभियान के तहत कार्यों पर सवालिया निशान खड़ा किया है। कहीं नालियां गंदगी से बज बजा रही हैं कहीं नालियों का गंदा पानी सड़कों पर फैल रहा है और तो और कुछ जगहों पर नालियां ही नदारत हैं परंतु करोड़ों रुपए स्वच्छता के नाम पर बहा दिए गए नगर परिषद की जिम्मेदारों की कार्यशैली को लेकर आम जनमानस में नाराजगी झलक रही है।
जाने पूरा मामला
सिंगरौली जिले के सरई नगर परिषद का गठन हुए अभी कुछ ही वर्ष बीता है, सरई इलाके में जिस तरह से गंदगी का आलम है वह जिम्मेदार अधिकारियों की पोल खोल रहा है। इलाके में नगर परिषद स्वच्छता के नाम पर करोड़ों रुपए पानी की तरह बहा रहा है करोड़ों रुपए सफाई के नाम पर खर्च करने के बावजूद भी गंदगी से पति हुई नालियां इस बात की गवाही दे रही है की नालियां कई दिनों से साफ नहीं हुई है इसके अलावा लोगों के घरों के आसपास सड़कों पर नालियों का पानी बहता हुआ गंदगी फैला रहा है आम जनमानस गंदगी में गुजर बसर करने को ही मजबूर दिखाई पड़ रहे हैं । इसके अलावा आम जनमानस का आरोप है कि लोगों के घरों से संग्रहित किए जाने वाले कचरे को लेकर भी जिम्मेदार मुखर दिखाई पड़ते हैं। कई बार जिम्मेदारों को मिलकर भी इस मामले की शिकायत करने के बावजूद भी स्वच्छता को लेकर कार्यों में हीला हवाली की जा रही है। नगर पालिका के अंतर्गत आने वाले वर्ड को लेकर जिस तरह से विकास कार्यों को गति मिलनी चाहिए थी वह भी नजर नहीं आ रही है हालांकि इस पूरे मामले पर दबी आवाज में नगर परिषद के कर्मचारियों ने दबी आवाज में बताया कि कर्मचारियों की कमी की बात अधिकारी कह रहे हैं कचरा संग्रहण के लिए प्रयोग की जाने वाली गाड़ियां भले ही चलनी शुरू हो चुकी है परंतु कचरा संग्रहण को लेकर नियमित रूप से गाड़ियों के ना चलने से लोग घर में जमा कचरे को इधर-उधर ही निपटारा कर घर की साफ सफाई कर रहे हैं।वार्ड 5 व वार्ड 13 के स्थानीय लोगों ने नगर परिषद की कार्यप्रणाली से काफी ज्यादा खफा दिखाई पड़ रहे हैं दोनों वार्ड के निवासियों का यह आरोप है कि स्थानीय स्तर पर नगर परिषद के द्वारा किए जा रहे कार्य न काफी है खासकर स्वच्छता के मामले में नगर परिषद की जिम्मेदार की कार्यशैली से असंतुष्ट नजर आ रहे हैं।
विशेष अभियान चलाने की है आवश्यकता
नगर परिषद सराय के जिम्मेदारों को नगर परिषद के वार्डन की बदहाली से मुक्ति को लेकर स्वच्छता अभियान चलाए जाने पर विशेष अभियान के तहत ही वार्डों को स्वच्छ करने की प्रक्रिया आरंभ करने की मांग स्थानीय लोगों ने की है वह लोगों का कहना है कि पूरे वार्ड में नालियों का जाल बिछाया जाना भी आवश्यक है ताकि नालियों में जल जमाव की स्थिति से मुक्ति मिल सके एवं नालियों को ढकने सहित नालियों की साफ सफाई को लेकर भी नगर परिषद के जिम्मेदार अधिकारियों को मामले का संज्ञान लेना चाहिए अब इस पूरे मामले में देखने वाली बात यह होगी कि आखिरकार जिम्मेदार इस पूरे मामले को लेकर क्या कार्रवाई करते हैं यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा एवं नगर परिषद के लोगों को स्वच्छता अभियान के तहत नगर परिषद की कदमताल से कदमताल करना होगा।
इनका कहना है।
उक्त मामले पर जब नगर परिषद के उपाध्यक्ष विजय गुप्ता से बात की गई तो उन्होंने कहा कि इस मामले में मैं कुछ भी नहीं बता सकता।