सिंगरौली ~: सुप्रीम कोर्ट के अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के आरक्षण को सब कैटेगरी बनाने के फैसले के विरुद्ध कई संगठनों ने आज भारत बंद का ऐलान किया है। इसी तारतम्य में सिंगरौली में भी सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरूद्ध बीएसपी व आजाद समाज पार्टी ने प्रदर्शन किया। दुकानें और बाजार बंद कराने सड़कों पर उतरे संगठनों के कार्यकर्ताओं और दुकानदारों के बीच कई जगह झड़प भी हुई है। हालांकि दोनों को पक्षों को शांत करा दिया गया जिसके कारण कोई अप्रिय घटना नहीं हो पाई। प्रदर्शन के दौरान किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। हालांकि बंद का असर जिला मुख्यालय में देखने को नहीं मिला। आंदोलन के दौरान कार्यकर्ताओं ने पूरी सड़क पर नारेबाजी की और दुकानों को बंद कराने का प्रयास करते रहे। अंत में कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचकर राष्ट्रपति महोदय के नाम का ज्ञापन सौंपा गया। बंद को लेकर युवाओं ने कहा- अपने अधिकार की लड़ाई लड़ रहे हैं। सिंगरौली जिले में बंद को लेकर युवाओं का कहना है कि वे अपने अधिकार की लड़ाई लड़ रहे हैं। भीमराव अंबेडकर के संविधान से छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इसके अलावा युवाओं ने संविधान संशोधन और सुप्रीम कोर्ट से अपने आदेश को वापस लेने की भी मांग की है।
बहुजन समाज पार्टी के नेताओं ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ भारत बंद का आह्वान किया गया है. इसी के चलते बहुजन समाज पार्टी भी समर्थन में सड़क पर उतरी है. उन्होंने बताया कि जिले के प्रमुख बाजारों में व्यापारियों से अपील कर स्वेच्छापूर्वक बाजार बंद कराया गया है। उन्होंने ने बताया कि भारत बंद के बाद भी आंदोलन आगे जारी रहेगा। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर कहा कि आरक्षण में क्रिमी लेयर को लेकर जो फैसला सामने आया है, वह उचित नहीं है। जिले में सड़कों पर बड़ी संख्या में लोग प्रदर्शन कर रहे हैं, लोगों ने चालू दुकानों के सामने जय भीम के नारे लगाए इसके बाद व्यापारियों से दुकान बंद करने को कहा। हालांकि जहां से प्रदर्शनकारी गुजर गए वहां पर बाजार फिर से खुल गया, इस तरह जिले में बंद का मिला-जुला असर देखने को मिला। जिले में प्रदर्शन को देखते हुए सुरक्षा की दृष्टि से बल तैनात किया गया था। जिले के प्रमुख बाजारों के अलावा भी कई जगहों पर भी अतिरिक्त बल लगाया गया है. जिले में किसी प्रकार की जोर जबरदस्ती या कानून हाथ में लेने जैसी घटना घटित नहीं हुई है।
दरअसल, सुप्रीम कोर्ट में लंबे समय से नौकरियों में आरक्षण देने के लिए एससी-एसटी वर्ग को सब कैटेगरी में रिजर्वेशन दिए जाने की मांग का मामला लंबित चल रहा था। एससी ने एक अगस्त को बड़ा फैसला सुनाया। यूं कह लीजिए कि सुप्रीम कोर्ट ने 2004 के अपने पुराने फैसले को पलट दिया है और पंजाब अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग अधिनियम, 2006 और तमिलनाडु अरुंथथियार अधिनियम पर अपनी मुहर लगा दी और कोटा के अंदर कोटा (सब कैटेगरी में रिजर्वेशन) को मंजूरी दे दी जिसका विरोध देशभर में हो रहा है। सिंगरौली जिला मुख्यालय में हो रहे प्रदर्शन के दौरान पूर्व नगर निगम अध्यक्ष चन्द्र प्रताप विश्वकर्मा , बसपा नेता सुरेश शाहवाल , बसपा नेता राधिका बर्मा सहित सैकड़ो कार्यकर्ता शामिल रहे। रैली में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सीएसपी विन्ध्यनगर पन्नू सिंह परस्ते , टी आई कोतवाली अशोक सिंह परिहार , टी आई यातायात विद्या वारिधि तिवारी , टी आई बरगवां शिवपूजन मिश्रा , चौकी प्रभारी खुटार सुधाकर सिंह परिहार , चौकी प्रभारी जयंत अभिषेक पांडेय समेत भारी तादाद में पुलिस बल मौजूद रहा।
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