आफिस से नदारत रहते हैं टीआई
सिंगरौली ~: जिले की यातायात व्यवस्था चंद महीनों से बेपटरी होती दिखायी दे रही है। जिले में यातायात पुलिस का जो काम है वह समुचित ढंग से दिखायी नहीं दे रहा है। विभागीय कर्मचारियों में अनुशासन नाम की कोई चीज नहीं है। सब मनमाना, घर जाना जैसा लगता है। एक दिन ऐसा भी देखा गया कि यातायात विभाग के कार्यालय के मुख्यद्वार में दिन में बड़ा सा ताला लटका था। अंदर पंखे चल रहे थे, लाईट जल रही थी परन्तु कोई कर्मचारी नहीं दिखायी दे रहा था। जब टीआई से इस संबंध में पूछताछ की गयी तो उन्होने बताया कि ऐसा नहीं हो सकता, यदि है तो मैं अभी पूछता हूं।
बरगवां में पदस्थ पुलिस निरीक्षक विद्यावारिधी तिवारी को पुलिस अधीक्षक ने लाईन अटैच किया था। बताते हैं कि इनके ऊपर लोकायुक्त की जांच चल रही है। इसकी वजह से इन्हें लाईन अटैच किया गया था। लाईन में कुछ दिन रहने के बाद पुलिस अधीक्षक ने इन्हें जिले के महत्वपूर्ण थाना, यातायात थाना का प्रभारी बना दिया गया। यातायात विभाग का प्रभारी बनने के बाद आज तक श्री तिवारी यदा कदा ही अपने थाने के आफिस में बैठे नजर आये होंगे। थाने की सारी व्यवस्था इनके आवास से संचालित होती है। जिले में जितने ट्रांसपोर्टर हैं सब इनके आवास पर ही संपर्क करते हैं और प्रतिबंधित सड़कों से साहब की मेहरबानी के चलते भारी वाहनों का आवागमन जारी है। भारी वाहन नो इंट्री में भी विचरण करते नजर आते हैं। जिले में यातायात व्यवस्था बेपटरी होने के कारण दुर्घटनाओं की संख्या में बेतहाशा वृद्धि हुयी है।